मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 10 मृत्य का देवता (भाग 10)
Action · hb_AHIR_4415
मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 0 9 मृत्य का देवता (भाग 9)
Action · hb_AHIR_4415
मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 0 8 मृत्य का देवता (भाग 8)
Action · hb_AHIR_4415
मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 0 7 मृत्य का देवता (भाग 7)
Action · hb_AHIR_4415
मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 0 6 मृत्य का देवता (भाग 6)
Action · hb_AHIR_4415
मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 0 5 मृत्य का देवता (भाग 5)
Action · hb_AHIR_4415
मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 0 4 मृत्य का देवता (भाग 4)
Action · hb_AHIR_4415
मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 0 3 मृत्यु का देवता (भाग 3)
Action · hb_AHIR_4415
मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 0 2 मृत्यु का देवता (भाग 2)
Action · hb_AHIR_4415
यह भाग बहुत ही शानदार था बहुत ही मजा आ गया पाठ के,,,मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 0 1 मृत्यु का देवता (भाग 1)
Action · hb_AHIR_4415
मैं ऐसा मानता हूँ कि लेखक हर किसी व्यक्ति के अंदर होता है. जब कोई व्यक्ति अपनी पहली शायरी, कविता, गजल या कोई नज़्म लिखता है तो उसे बड़ी ख़ुशी मिलती है. अगर लिखने के पैसे मिले तो आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होता है. एक समय था जब कवि और लेखक ग़रीबी और आर्थिक तंगी में जीते थे.
ch 11 मृत्यु का देवता (भाग 11)
ब्लैक लवर
Action · hb_AHIR_4415